वर्ष २००८ बीतने को है. पिछले सालों की तरह इस बार भी प्रेम नफरत से हार गया. अहिंसा हिंसा से हार गई.
मैंने साल के शुरू में कुछ विश की थीं. उनमें से कुछ एक बार फ़िर दोहराता हूँ:
ब्लू-लाइन बस के नीचे आ कर कोई न मरे,
किसी वरिष्ट नागरिक की हत्या न हो,
किसी बच्चे पर अत्त्याचार न हो,
किसी स्त्री पर अत्त्याचार न हो,
सड़क पर गुस्से में हिंसा न हो,
पुलिस किसी असहाय नागरिक पर अत्त्याचार न करे,
किसी से भेद भाव न हो,
कोई आतंकवादी हमला न हो.
कोई विश पूरी नहीं हुई. कितने निर्दोष नागरिकों की जान गई. कितनी निजी और राष्ट्रीय संपत्ति का नुक्सान हुआ. ईश्वर से प्रार्थना है की वर्ष २००८ का बाकी बचा समय शान्ति से बीत जाए. वर्ष २००९ में फ़िर यही विश करूंगा और ईश्वर से प्रार्थना करूंगा की इस बात तो मेरी विश पूरी कर दो.
8 comments:
ईश्वर आपकी मनोकामनाएं पूरी करे .आपके एक नए चिट्ठे का स्वागत है
आप नेक हो इसलिए विष कर रहे हो लेकिन जो अनेक है उनमे इतना विष घुला हुआ है जो समय समय पर विष उगल देते है लगे रहे किसी दिन इस्वेर आपकी भी सुनेगा
मैं शहर में किसी शख्स को जीने की दुआ दूँ।
जीना भी तो सबके लिए अच्छा नहीं होता।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
वो सुबह कभी तो आएगी. हमारी भी यही प्रार्थना है. शुभकामनाएं.
मेरे दिल से दुआ है
आपकी मनोकामना पूर्ण हो
२००९ नई खुशियाँ और भाईचारा ले कर आए
Meree orse aapko tahe dilse shubhkamnayen detee hun...mere blogpe meree zindageeke safarme shamil ho jayen to badee khushee hogee !
जनाब अंधी राजनीति का कोई भी आरोप ग़लत नही है , हमे सच्चाई के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा | राजनेता
कभी नही सुधरेंगे |
ब्लॉगिंग मे नया खिलाड़ी हूँ | कृपया मार्गदर्शन करें |
लिंक है ...........
http://varun-jaiswal.blogspot.com
wish you all the best for your wish
आपने बहुत अच्छा लिखा है ।
भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
लिखते रहिए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
कविता,गज़ल और शेर के लिए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
www.zindagilive08.blogspot.com
आर्ट के लिए देखें
www.chitrasansar.blogspot.com
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